लाल सागर में समुद्र के नीचे केबल कटी, भारत से लेकर पाकिस्तान तक इंटरनेट प्रभावित

लाल सागर में समुद्र के नीचे केबल कटी, भारत से लेकर पाकिस्तान तक इंटरनेट प्रभावित

नई दिल्ली। डिजिटल युग में इंटरनेट हमारी ज़िंदगी का सबसे अहम हिस्सा बन चुका है। ऐसे में यदि अचानक इंटरनेट स्पीड धीमी पड़ जाए तो रोज़मर्रा का कामकाज, बिज़नेस और ऑनलाइन कम्युनिकेशन सब ठप पड़ जाता है। हाल ही में ऐसी ही स्थिति तब बनी जब लाल सागर (Red Sea) के नीचे बिछी एक बड़ी इंटरनेट केबल क्षतिग्रस्त हो गई। इस घटना ने भारत से लेकर पाकिस्तान, सऊदी अरब और पूर्वी अफ्रीका तक के देशों को प्रभावित किया है।

क्या है मामला?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, लाल सागर के नीचे बिछी सबमरीन फाइबर ऑप्टिक केबल अचानक क्षतिग्रस्त हो गई। ये केबल एशिया, अफ्रीका और यूरोप के बीच डेटा ट्रांसफर की अहम कड़ी है। जैसे ही यह केबल टूटी, कई देशों में इंटरनेट की स्पीड अचानक गिर गई। भारत और पाकिस्तान के बड़े शहरों में लोगों ने सोशल मीडिया पर धीमी इंटरनेट स्पीड की शिकायतें कीं। कई जगह वीडियो कॉल, ऑनलाइन क्लासेस और डिजिटल ट्रांजैक्शन पर असर देखने को मिला।

क्यों होती है ऐसी दिक्कत?

समुद्र के नीचे बिछी ऑप्टिकल फाइबर केबल्स ही अंतरराष्ट्रीय इंटरनेट ट्रैफिक का लगभग 95 प्रतिशत हिस्सा संभालती हैं। अगर इनमें से कोई केबल टूट जाए तो वैकल्पिक रूट पर दबाव बढ़ जाता है। इसी कारण से यूजर्स को स्लो इंटरनेट और नेटवर्क फेलियर की समस्या झेलनी पड़ती है।

किन देशों पर असर?

  • भारत – खासकर मुंबई, दिल्ली और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में इंटरनेट स्पीड धीमी रही।
  • पाकिस्तान – कराची और लाहौर में ऑनलाइन सेवाओं पर भारी असर।
  • सऊदी अरब और यमन – कई जगह कनेक्टिविटी पूरी तरह बाधित हुई।
  • अफ्रीका का हिस्सा – पूर्वी अफ्रीका के कुछ देशों में नेटवर्क डाउन रहा।

विशेषज्ञों का कहना है कि समुद्र के नीचे टूटी केबल को ठीक करना आसान नहीं होता। इसके लिए स्पेशल शिप्स और अंडरवॉटर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना पड़ता है। कई बार मरम्मत में कई हफ्तों तक का समय लग जाता है।

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