नई दिल्ली। देशभर में धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इस दिन लोग सोना, चांदी, सिक्के और ज्वेलरी खरीदकर मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करते हैं। यही कारण है कि धनतेरस से पहले बाजारों में सोने और चांदी की मांग चरम पर रहती है, जिससे इनके दामों में भी तेजी देखी जाती है।

हालांकि, त्योहार खत्म होने के बाद इनकी कीमतों में गिरावट आ सकती है। कमोडिटी एक्सपर्ट अजय केडिया ने बताया कि धनतेरस के बाद सोने के भाव में 10 से 12 प्रतिशत तक की गिरावट देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि “तकनीकी चार्ट यह दर्शाता है कि इस समय सोने को उम्मीद से ज्यादा खरीदा जा चुका है, जो आने वाले दिनों में करेक्शन (गिरावट) का संकेत दे रहा है।”

केडिया के मुताबिक, इसी तरह का ट्रेंड पहले भी देखा गया था जब अप्रैल-मई 2025 के दौरान सोने में लगभग 10 फीसदी तक की गिरावट आई थी।
उन्होंने निवेशकों को चेतावनी दी है कि इस समय सोना या चांदी में निवेश से बचना चाहिए, क्योंकि दोनों धातुएं ऑल टाइम हाई स्तर पर हैं। उन्होंने इसके बजाय तांबा, जिंक और स्टील जैसे बेस मेटल्स में निवेश को बेहतर विकल्प बताया।
विशेषज्ञों का मानना है कि धनतेरस के बाद जब मांग घटेगी तो कीमतों में स्वाभाविक रूप से नरमी आएगी। हालांकि, कीमतों में गिरावट कितनी होगी, यह अंतरराष्ट्रीय बाजार और डॉलर की मजबूती पर भी निर्भर करेगा।