नीम करौली बाबा – देश भर में नीम करौली बाबा, जिन्हें भक्त “महाराज जी” के नाम से भी जानते हैं, 20वीं सदी के सबसे प्रसिद्ध संतों में से एक थे। उनका आश्रम उत्तराखंड के कैंची धाम में स्थित है, जहां आज भी लाखों श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। माना जाता है कि बाबा का जीवन चमत्कारों और आध्यात्मिक घटनाओं से भरा हुआ था।गूगल के को-फाउंडर लैरी पेज, स्टीव जॉब्स और फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग जैसे कई बड़े नाम बाबा की प्रेरणा से जुड़े रहे हैं। यही कारण है कि बाबा की ख्याति न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में है।
नीम करौली बाबा और हनुमान भक्ति
नीम करौली बाबा का जीवन हनुमान जी की भक्ति में समर्पित था। वे अपने शिष्यों को हमेशा हनुमान चालीसा पढ़ने और भक्ति में लीन रहने की प्रेरणा देते थे।कैंची धाम सहित उनके अन्य आश्रमों में हनुमान जी की मूर्तियां और मंदिर बने हुए हैं। बाबा के अनुयायी मानते हैं कि जब भी वे बाबा का नाम लेते हैं, तो उन्हें हनुमान जी की कृपा का आशीर्वाद मिलता है।

बाबा के चमत्कार और श्रद्धालुओं की आस्था
नीम करौली बाबा के जीवन से जुड़े कई चमत्कार आज भी चर्चा में रहते हैं। कहा जाता है कि उन्होंने बीमारों को ठीक किया, भूखों को भोजन दिया और भक्तों की कठिनाइयों को बिना कहे समझ लिया।यही कारण है कि बाबा को लोग केवल संत ही नहीं बल्कि “चमत्कारी पुरुष” मानते हैं। कई श्रद्धालु यह मानते हैं कि ऐसे चमत्कार हनुमान जी के अवतार में ही संभव हो सकते हैं।
नीम करौली बाबा ने अपने अनुयायियों को हमेशा सरल जीवन जीने और ईश्वर के प्रति अटूट विश्वास रखने की सीख दी। उनके मुख्य संदेश थे:
- सभी प्राणियों के प्रति प्रेम और करुणा रखें।
- सेवा का मार्ग अपनाएँ और दूसरों की मदद करें।
- भगवान के नाम का स्मरण और भक्ति जीवन का सर्वोच्च लक्ष्य है।
बाबा का हनुमान भक्ति में गहरा विश्वास था। उनके आश्रम में हनुमान जी के मंदिर प्रमुख रूप से बने हैं और बाबा हमेशा शिष्यों को हनुमान चालीसा का पाठ करने और भक्ति में लीन रहने की प्रेरणा देते थे।
नीम करौली बाबा के चमत्कार
बाबा के जीवन में कई अद्भुत और चमत्कारिक घटनाएँ हुईं, जो उनकी दिव्यता और आध्यात्मिक शक्ति का प्रमाण हैं।
- बीमारों को ठीक करना – बाबा अपने भक्तों और आसपास के लोगों की बीमारी का तुरंत समाधान करते थे। कहा जाता है कि उनकी एक झलक से रोगी स्वस्थ हो जाते थे।
- भूखों और गरीबों की मदद – बाबा के आश्रम में हमेशा भोजन और जरूरत की वस्तुएँ उपलब्ध रहती थीं। वे खुद गरीबों और यात्रियों को खाना खिलाते और उनकी हर समस्या सुनते थे।
- भक्तों की कठिनाइयों का समाधान – बाबा अपने भक्तों की मानसिक और भौतिक कठिनाइयों को समझते और उन्हें सही दिशा दिखाते थे। कई लोग मानते हैं कि बाबा की सलाह और आशीर्वाद से उनके जीवन में बड़े बदलाव आए।
- प्रकृति और चमत्कार – कहा जाता है कि बाबा ने कई बार प्राकृतिक आपदाओं और संकटों में चमत्कारिक रूप से लोगों की रक्षा की।
इन चमत्कारों और भक्ति के कारण बाबा को न केवल भारत बल्कि विदेशों में भी श्रद्धालु मानते हैं। उनके आश्रम में स्टीव जॉब्स, लैरी पेज और मार्क जुकरबर्ग जैसे विश्व प्रसिद्ध लोगों ने बाबा से प्रेरणा ली।भक्तों के बीच यह मान्यता है कि बाबा हनुमान जी के अनन्य भक्त थे। उनके जीवन में हनुमान भक्ति स्पष्ट रूप से दिखाई देती थी। हालांकि जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने स्पष्ट किया कि बाबा को हनुमान जी का सीधा अवतार कहना शास्त्रानुसार उचित नहीं है। फिर भी, बाबा की शक्ति, करुणा और भक्तों के प्रति उनकी भक्ति उन्हें हनुमान जी का जीवंत रूप मानने का अधिकार देती है।कैंची धाम, बाबा का प्रमुख आश्रम है, जो उत्तराखंड में स्थित है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। बाबा ने अपने अनुयायियों को जीवन में सेवा, भक्ति और प्रेम के महत्व को समझाया।उनकी शिक्षाएँ आज भी उनके आश्रम और शिष्यों के माध्यम से लोगों तक पहुँच रही हैं। बाबा का जीवन यह सिखाता है कि भक्ति और सेवा से व्यक्ति आध्यात्मिक रूप से समृद्ध हो सकता है।