लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow train) में एक बार फिर ट्रेन को पलटाने की खतरनाक साजिश नाकाम हो गई. उतरेठिया रेलवे स्टेशन के पास मंगलवार तड़के एक मालगाड़ी के ट्रैक पर लोहे का भारी दरवाजा रखकर हादसे की साजिश रची गई. साथ ही पटरियों में लगने वाली पेंड्रोल क्लिप भी हटा दी गई थी, जिससे ट्रैक पर परिचालन अवरुद्ध हो गया. गनीमत रही कि ट्रेन दरवाजे को तोड़ते हुए निकल गई और बड़ा हादसा टल गया.
इस घटना की जानकारी सीनियर सेक्शन इंजीनियर (एसएसई) अनिल कुमार पाण्डेय को सुबह 3:42 बजे मिली. सूचना मिलते ही वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. वहां जांच करने पर पता चला कि ट्रेन गुजरने से लोहे के दरवाजे के कुछ हिस्से टूट गए थे और पटरियों के किनारे बिखरे पड़े थे. अप और डाउन लाइन के बीच ट्रैक पर दरवाजे के टुकड़े पड़े मिले.
एसएसई पांडेय ने तत्काल ट्रैक की मरम्मत कराई और संचालन सुचारू रूप से शुरू करवाया. दरवाजा हटाने में ट्रेन मैनेजर मनीष त्रिपाठी और ऑन ड्यूटी गेटमैन अभिषेक कुमार ने मदद की. घटना की गंभीरता को देखते हुए सुशांत गोल्फ सिटी थाने में तहरीर दी गई, जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.
पहले भी हो चुकी है ऐसी साजिश
यह पहली बार नहीं है जब राजधानी में इस तरह की साजिश रची गई हो. इससे पहले रहीमाबाद रेलवे स्टेशन के पास दिलावर नगर में असामाजिक तत्वों ने रेलवे ट्रैक पर मोटा लकड़ी का तना रख दिया था. हालांकि, लोको पायलट की सतर्कता के चलते वहां भी बड़ा हादसा टल गया था. उस घटना में भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी.
सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
लगातार हो रही इन घटनाओं से रेलवे सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं. एक सप्ताह के भीतर दो बार रेलवे ट्रैक को निशाना बनाए जाने से अधिकारियों में भी चिंता का माहौल है. रेलवे प्रशासन ने रेलवे ट्रैक और स्टेशन क्षेत्र की निगरानी बढ़ाने का निर्णय लिया है. इसके तहत अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती और सीसीटीवी की संख्या बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है.
पुलिस ने अज्ञात शरारती तत्वों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. अधिकारी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस साजिश के पीछे कोई बड़ी आतंकी साजिश तो नहीं है. फिलहाल पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच की जा रही है.